CG News: छत्तीसगढ़ के सरकारी शराब दुकान में सीलबंद बोतल के भीतर मरी हुई मकड़ी मिली है। यह भी आशंका जताई जा रही है,नकली शराब की सरकारी दुकान से बिक्री की जा रही है। मकड़ी मरी शराब पीने के बाद दो युवकों की तबियत बिगड़ गई। दोनों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया। दोनों की तबियत स्थिर बनी हुई है। सरकारी शराब दुकान में नकली शराब की बोतलों की बिक्री के खुलासे के बाद आबकारी विभाग के कामकाज पर उंगली उठने लगी है।
बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के शराब दुकान में नकली शराब की बोतलें बिक रही है। सीलबंद बोतल के भीतर मरी हुई मकड़ी मिलने के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। खासकर शराब के प्रेमियों के लिए यह जानलेवा साबित हो सकता है। ऐसे ही एक घटना में शराब की बोतल में मरी मकड़ी पाई गई है। इसी शराब को पीने के बाद दाे युवकाें की तबियत बिगड़ गई। इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सरकारी शराब दुकान में नकली शराब बोतल और सीलबंद बोतल के भीतर मरी मकड़ी मिलने के बाद आबकारी अमले के कामकाज पर उंगली उठने लगी है। आबकारी विभाग का भारी भरकम अमला होने के बाद गांव-गांव में कच्ची शराब बनाने व बेचने का काम तो ही रहा है, अब सरकारी दुकान में नकली शराब की सप्लाई भी होने लगी है।
चकरभाठा क्षेत्र में सरकारी शराब दुकान से दो युवकों ने अंग्रेजी शराब की बाेतल खरीदी। इसे पीने के बाद दाेनों की तबितय बुरी तरह बिगड़ गई। हालत ये कि दोनों को अस्पताल पहुंचाना पड़ा। जिस अंग्रेजी शराब की बोतल से शराब पी रहे थे, आधे से अधिक पीने के बाद एक युवक की नजर बोतल के अंदर मरी हुई मकड़ी पर पड़ी। तब तक दोनों युवक शराब गटक चुके थे। इसके तुरंत बाद दोनों की तबियत बिगड़ने लगी। दोनों को इलाज के लिए तत्काल अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया। हालांकि परिजन अब भी घर पर निजी स्तर पर उनका उपचार करा रहे हैं। फिलहाल दोनों की स्थिति स्थिर बताई जा रही है।
चकरभाठा क्षेत्र के अमेरी अकबरी के बैरागी टंडन गुरुवार को अपने मित्र के साथ ग्राम दगौरी गया था। वहां से दोनों ने सरकारी शराब दुकान से अंग्रेजी शराब की बोतल खरीदी। दुकान से कुछ दूरी पर बैठकर दोनों ने शराब पीना शुरू किया। इसी दौरान बैरागी की नजर बोतल पर पड़ी, जिसमें मकड़ी नजर आई। तब तक वे और उनका मित्र काफी मात्रा में शराब पी चुके थे। बोतल में मकड़ी देखने के बाद उन्होंने तुरंत शराब फेंक दी, लेकिन कुछ ही देर में उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। स्थिति गंभीर होती देख वे किसी तरह बिल्हा स्थित सरकारी अस्पताल पहुंचे। डॉक्टरों ने प्राथमिक जांच के बाद दोनों को भर्ती कर इलाज शुरू किया। कई घंटों तक उपचार के बाद उनकी हालत सामान्य हुई और चिकित्सकों ने उन्हें डिस्चार्ज कर दिया। पीड़ित बैरागी टंडन ने बताया कि उन्होंने शराब सरकारी दुकान से खरीदी थी। उनका कहना है कि पैकेजिंग के दौरान बोतल में मकड़ी का जाना संभव नहीं है, बल्कि यह गड़बड़ी दुकान में ही हुई होगी। बैरागी ने आरोप लगाया कि दुकान के कर्मचारियों ने शराब में मिलावट की और इसी वजह से उनकी तबीयत बिगड़ी। उन्होंने पूरे मामले की शिकायत अधिकारियों से करने की बात भी कही है।


0 मुंगेली में पकड़ाया नकली होलोग्राम, स्टीकर व ढक्कन
छत्तीसगढ़ में नकली शराब बनाने और इसे खपाने वाला गिरोह मुंगेली पुलिस ने भांडाफोड़ किया है। सोमवार को पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से स्पिरिट से भरा टैंकर, कार, नकली स्टीकर, होलोग्राम, शराब की बोतल के ढक्कन, शराब की डिग्री नापने की मशीन और चार मोबाइल फोन जब्त किया है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आबकारी एक्ट और ट्रेडमार्क एक्ट के तहत कार्रवाई की है।
पथरिया पुलिस ने ग्राम घुठेली के पास दबिश देकर उसे भारी मात्रा में नकली होलोग्राम और स्पिरिट के साथ गिरफ्तार किया था। आरोपी भगवत सिंह बुंदेला के खिलाफ भी मध्यप्रदेश के पन्ना जिले के गुनौर थाना में इसी तरह का मामला दर्ज है। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि वे पहले शराब ठेकेदारों के यहाँ काम करते थे। छत्तीसगढ़ में शराब ठेका बंद होने के बाद नकली शराब बनाने और बेचने का काम शुरू कर दिया। आसपास के कोचियों से सांठगांठ कर नकली शराब को मुंगेली और बेमेतरा जिलों के अलावा बिलासपुर के गांवों में भी खपाना शुरू कर दिया।
नींद में आबकारी अमला, कामकाज काे लेकर उठ रहे सवाल
आरोपी लंबे समय से नकली शराब का अवैध कारोबार कर रहे थे, लेकिन आबकारी अमले को इसकी भनक तक नहीं लग पाई। इस मामले ने आबकारी विभाग के अफ़सर से लेकर महकमे की कार्यप्रणाली समझ से परे है. आबकारी अमले को इसकी भी भनक नहीं है कि आरोपी बिलासपुर में नकली शराब कहां खपाते है ।








