बिलासपुर। बिलासपुर में हाल ही में सामने आई चाकूबाज़ी की घटनाओं को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है। पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने साफ कहा है कि कानून का उल्लंघन करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। कार्रवाई पूरी तरह से जाँच पर आधारित होगी और दोषियों पर कठोर कदम उठाए जाएंगे। एसएसपी रजनेश सिंह ने कहा- ज्ञापन देना हर संगठन और नागरिक का अधिकार, शांति ,गरिमा और अनुशासन के साथ दे तो ज्यादा बेहतर
एसएसपी ने बताया कि अब तक 300 से अधिक मामलों में आर्म्स एक्ट की कार्रवाई की जा चुकी है। 276 चाकू ऑनलाइन तस्करी के दौरान जब्त किए गए हैं। वहीं 36 चाकू अन्य जिलों से आए अपराधियों से बरामद किए गए। सभी मामलों की जानकारी आवश्यक दस्तावेजों सहित न्यायालय को दी गई है और अदालत पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट है।

भीड़ नहीं, प्रतिनिधि दें ज्ञापन
एसएसपी रजनेश सिंह ने कहा कि छात्रों से पुलिस का कोई पूर्वाग्रह नहीं है। यदि कोई छात्र या अन्य व्यक्ति अपराध में शामिल पाया जाएगा तो उसे कानून का सामना करना ही होगा। उन्होंने दोहराया कि पुलिस का लक्ष्य छात्रों को सुरक्षित और भयमुक्त वातावरण उपलब्ध कराना है। एसएसपी ने साफ कहा कि रोजाना सैकड़ों लोग एसपी ऑफिस पहुंचते हैं, लेकिन समस्याओं का समाधान भीड़ या नारेबाजी से नहीं हो सकता। प्रतिनिधियों के माध्यम से ज्ञापन देना ही बेहतर तरीका है। एसएसपी ने साफ कहा कि समस्या का समाधान संवाद से ही होगा।
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अफवाहों पर रोक, पुलिस का सहयोग
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने जिले व शहरवासियों सेअपील करते हुए कि नागरिक किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें। मीडिया में चाकूबाजी की घटनाओं को अपेक्षा से अधिक उछाला जा रहा है, जबकि पुलिस ने हालात नियंत्रण में कर लिया है। उन्होंने कहा, नशा, अवैध हथियार और अपराध पर रोक लगाना हमारी प्राथमिकता है। पुलिस और जनता मिलकर ही समाज की सुरक्षा कर सकते हैं। एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने सौंपा ज्ञापन, नारेबाजी पर एसएसपी ने दी नसीहत शहर में लगातार बढ़ रही चाकूबाजी की घटनाओं को रोकने की मांग को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता सोमवार को एसएसपी कार्यालय पहुंचे। बड़ी संख्या में पहुंचे कार्यकर्ताओं ने एक साथ एसएसपी कक्ष में घुसने की कोशिश की और जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी।
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हंगामा सुनकर एसएसपी रजनेश सिंह स्वयं बाहर आए और स्थिति को संभालने की कोशिश की। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि ज्ञापन सौंपने के लिए 4-5 लोगों का प्रतिनिधिमंडल ही आए, ताकि शांति और अनुशासन के साथ बातचीत संभव हो सके। लेकिन बड़ी संख्या में कक्ष में घुसने की कोशिश करने पर एसएसपी ने नाराजगी जताई और अनुशासन बनाए रखने की नसीहत दी। एसएसपी रजनेश सिंह ने स्पष्ट कहा कि ज्ञापन देना हर संगठन और नागरिक का अधिकार है लेकिन इसे शांति गरिमा और अनुशासन के साथ ही किया जाना चाहिए।








