
पटना | बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान जरूरी बदलाव के साथ नई पहल भी नजर आयेगी. मसलन बिहार विधानसभा चुनावों में वोटर पोलिंग बूथ पर अपना मोबाइल फोन ले जा सकेंगे। किसी भी पोलिंग बूथ पर 1200 से ज्यादा वोटर नहीं होंगे. वोट डालने के लिए वोटरों को लंबी कतारें न्ही लगानी पड़ेगी। EVM में अब सभी उम्मीदवारों की फोटो रंगीन होगी।
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने ऐसी 17 पहल गिनाई, जिन्हें इस चुनाव से पूरी तरह लागू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ये पहल न सिर्फ बिहार, पूरे देश के लिए मार्गदर्शक सिद्ध होंगी। समय आने पर इन्हें पूरे देश में लागू करेंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा, बिहार के विधानसभा चुनाव को छठ महापर्व की तरह ‘लोकतंत्र के महापर्व’ के रूप में मनाया जाएगा। उन्होंने भोजपुरी और मैथिली में संबोधित करते हुए वोटरों का आभार जताया और सहयोग के लिए बधाई दी। बिहार ने वैशाली से लोकतंत्र को जन्म दिया है और अब बिहार से ही चुनाव सुधार की नई दिशा देश को मिलेगी। बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा और ये कितने चरण में होंगे? इसके जवाब में CEC कुमार ने कहा कि जल्द ही निर्णय लिया जाएगा। बिहार में 22 नवंबर से पहले विधानसभा चुनाव संपन्न होंगे, क्योंकि इसी दिन बिहार विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है।
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चीफ इलेक्शन कमिश्नर (CEC) ज्ञानेश कुमार ने कहा कि बिहार में SIR पूरी तरह सफल रहा। यह 24 जून 2025 को शुरू हुआ और वक्त पर समाप्त हुआ। इस कवायद से बिहार में 22 वर्षों के बाद वोटर लिस्ट का ‘शुद्धीकरण’ हुआ है। पिछली बार यह बिहार में 2003 में हुआ था। अब इसे पूरे देश में कराएंगे। वोटर लिस्ट की इस समीक्षा यानी SIR को चुनाव से पहले कराए जाने के सवाल पर CEC ने कहा कि लोक प्रतिनिधित्व कानून के हिसाब से रिवीजन हर चुनाव से पहले कराना ही होता है। किसी का ये कहना कि यह रिवीजन चुनाव के बाद होना चाहिए, यह न्याय संगत नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुरूप आधार कार्ड को पहचान पत्र के रूप में स्वीकार किया गया है, लेकिन यह नागरिकता का प्रमाण नहीं है।
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- एक पोलिंग बूथ में अधिकतम 1200 वोटर… ऐसी कई पहल
- मोबाइल फोन ले जा सकेंगे बूथ के अंदर, लेकिन मतदान कक्ष में प्रवेश से पहले जमा करना होगा
- 1200 वोटर एक पोलिंग बूथ पर अधिकतम होंगे, ताकि वोट के लिए लोगों को ज्यादा इंतजार न करना पड़े
- 100% बूथ पर वेब कास्टिंग, पहले 50-60% बूथ पर ही वोटिंग प्रक्रिया की लाइव विडियो स्ट्रीमिंग होती थी
- कलर फोटो EVM में, अभी ब्लैक ऐड वाइट फोटो से उम्मीदवारों की पहचान में दिक्कत होती थी
- बड़े अक्षरों में वोटर स्लिप होगी, पोलिंग बूथ का नाम और पता भी बोल्ड फॉन्ट में दर्ज होगा।
- पोलिंग बूथ से 100 मीटर की दूरी पर हर प्रत्याशी अपने एजेंट को लगा सकते है।
- BLO जब आए तो वोटर पहचान पाएं, इसके लिए उनके भी ID कार्ड शुरू किए गए हैं।
- पोस्टल बैलेट की गिनती EVM के आखिरी दो राउंड से पहले पूरी होगी, पहली बार BLA की दिल्ली में ट्रेनिंग








