
जांजगीर चांपा |: छल कपट और धोखाधड़ी के आरोप में पुलिस ने विधायक बालेश्वर साहू और गौतम राठौर के विरुद्ध एफआईआर दर्ज किया है. मामला सहकारी केंद्रीय बैंक चांपा एवं बम्हनीडीह का है.
दो माह पहले आवेदक राजकुमार शर्मा निवासी फरसवानी ने शिकायत दर्ज कराया था कि वर्ष 2015- 2020 के बीच बालेश्वर साहू जिला सहकारी समिति बम्हनीडीह में प्रबंधक के पद पर कार्यरत था। आरोपीगणों ने आवेदक के 50 एकड़ जमीन में KCC (किसान क्रेडिट कार्ड) लोन लेने की उसे सलाह देकर आवेदक का एचडीएफसी बैंक चांपा में खाता खुलवाया और वहां से प्रार्थी का ब्लैंक चेक लेकर 24 लाख रुपए की राशि आरोपी द्वारा अपने एवं अपने पत्नी के खाते में ट्रांसफर कर दिए यही नहीं आरोपीगणों ने प्रार्थी एवं उसकी मां व पत्नी के फर्जी हस्ताक्षर और अंगूठा निशान लगाकर कुल 42 लाख 78 हजार रूपये आहरण कर लिया।
Also Read – धू धू कर जला बुराई
जांच पर अपराध पाए जाने से समिति प्रबंधक बालेश्वर साहू, विक्रेता गौतम राठौर के द्वारा आवेदक राजकुमार शर्मा उसकी मां जयतिन शर्मा तथा पत्नी नीता शर्मा का फर्जी हस्ताक्षर अंगूठा लगाकर निकासी पर्ची से छल कपट पूर्वक एवं बेईमानी की नीयत से स्वयं लाभ अर्जित करने के उद्देश्य से आरोपीगणों के द्वारा किया गया अपराध सदर धारा 420, 468, 467, 471,34 भादवि. का थाना चांपा में अपराध पंजीबद्ध किया है।

कृष्णकांत चंद्रा का आरोप: किसानों की खून-पसीने की कमाई पर विधायक ने डाका डाला
भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष कृष्णकांत चंद्रा ने जैजैपुर के विधायक बालेश्वर साहू पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि उन्होंने किसानों की खून-पसीने की कमाई पर डाका डाला है। विधायक बालेश्वर साहू और उनके सहयोगी गौतम राठौर द्वारा फर्जी हस्ताक्षर, ब्लैंक चेक और बैंक दस्तावेजों का दुरुपयोग कर वर्ष 2015 से 2025 तक 42 लाख 78 हजार रुपये की अवैध निकासी की गई है। चंद्रा ने कहा कि यह एक सुनियोजित अपराध और भ्रष्टाचार का चरम उदाहरण है।
Also Read – बाबा दुबई के शेख के लिए लड़की का करना चाहता था इंतजाम
विधायक साहू ने ग्राम फरसापाली निवासी राजकुमार शर्मा, उनकी पत्नी रीता शर्मा और मां जैतिन शर्मा के नाम से संचालित बैंक खातों से छलपूर्वक रकम निकालकर किसानों को आर्थिक रूप से बर्बाद करने का कृत्य किया है। पुलिस जांच में प्रथम दृष्टया अपराध के तथ्य सामने आ चुके हैं, गवाहों के बयान दर्ज हो चुके हैं और आगे की विवेचना में कई बड़े खुलासे होने बाकी हैं . उन्होंने कहा कि यह वही कांग्रेस है जो किसानों की हितैषी होने का ढोंग करती है, लेकिन असल में उन्हीं किसानों की गाढ़ी कमाई लूटने वाले व्यक्ति को विधायक बनाकर बैठी है। यह कांग्रेस पार्टी की जनविरोधी मानसिकता और दोहरे चरित्र को उजागर करता है। कृष्ण कांत चंद्रा ने कहा कि विधायक बालेश्वर साहू का अपराधिक इतिहास किसी से छिपा नहीं है।
पिछले दिनों पड़ोसी से मारपीट के मामले में उनकी गिरफ्तारी हो चुकी है। एक वर्ष पूर्व एक बुजुर्ग शंकर प्रसाद राठौर से कालर पकड़कर मारपीट करने का आरोप है, जिसकी लिखित शिकायत पुलिस अधीक्षक से की गई है। दो-तीन साल पहले राजकुमार शर्मा के घर घुसकर साहू ने उनके परिवार से मारपीट की थी, जिसका सीसीटीवी सबूत मौजूद है और मामला न्यायालय में लंबित है। उन्होंने कहा, “ऐसे आपराधिक गतिविधियों में लगातार शामिल व्यक्ति को कांग्रेस पार्टी ने विधायक बनाया हुआ है- यह कांग्रेस के लिए शर्मनाक है और किसानों के साथ विश्वासघात का प्रमाण है
Also Read – बिहार में मतदाता सूची से 69 लाख नाम डिलीट
विधायक की जल्द हो गिरफ्तारी
कांग्रेस पार्टी तत्काल बालेश्वर साहू को विधायक पद और पार्टी से निष्कासित करे। विधायक की शीघ्र गिरफ्तारी हो, क्योंकि अपने पद का दुरुपयोग कर वे सबूत नष्ट कर सकते हैं। पीड़ित किसानों को पूरा हर्जाना और न्याय दिलाया जाए। उन्होंने कहा कि किसानों की जमीन, ऋण पुस्तिकाएं और अन्य दस्तावेज़ भी बालेश्वर साहू ने छल-कपट से अपने पास रख लिए थे। जांच होने पर यह भी सामने आएगा कि अनेक किसानों के नाम पर फर्जी ऋण भी उठाया गया है।
Also Read – एक्शन में सरकार: कोरबा कलेक्टर के खिलाफ शिकायतों की जांच करेंगे बिलासपुर कमिश्नर
कृष्ण कांत चंद्रा ने स्पष्ट कहा कि भाजपा की सरकार और संगठन भ्रष्टाचार और अपराधियों को कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। यह मामला सिर्फ एक परिवार या गांव का नहीं, बल्कि पूरे जैजैपुर क्षेत्र के किसानों और जनता के साथ विश्वासघात का है। जनता अब कांग्रेस से यह सवाल पूछ रही है कि क्या वह अपराधियों को बचाएगी या किसानों को न्याय दिलाएगी?








