बिलासपुर। शताब्दी वर्ष में RSS के कड़े तेवर: मिशनरी के पांव उखाड़ने छत्तीसगढ़ में दो हजार जगहों पर करेगा हिंदू सम्मेलन। छत्तीसगढ़ में मिशनरियों की बढ़ते दखलन्दाजी पर अंकुश लगाने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने बड़ी योजना बनाई है। शताब्दी वर्ष में संघ छत्तीसगढ़ में दो हजार जगहों पर संघ हिन्दू जागरण करेगा।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ RSS ने 100 बरस की यात्रा पूरी कर ली है। देशभर में संघ अपने एजेंडे पर काम करना शुरू कर दिया है। छत्तीसगढ़ के लिए संघ के रणनीतिकारों ने कुछ खास गोजन बनाई है। संघ कार्य के विस्तार के साथ ही हिंदू जागरण पर रणनीतिकारों ने फोकस किया है। छत्तीसगढ़ में दो हजार जगहों पर हिन्दू जागरण के लाइट सनातन का अलख जगाएंगे। छत्तीसगढ़ में संघ कार्य पर नजर डालें तो छत्तीसगढ़ में संघ की नींव 1929 में रायपुर के तिलक नगर में रखी गई थी। वर्तमान में प्रदेश में संघ की 1855 सक्रिय शाखाएं हैं, जो 1460 स्थानों पर संचालित हो रही है। आने वाले विजयादशमी पर्व 2 अक्टूबर से लेकर अगली विजयादशमी तक संघ शताब्दी वर्ष मना रहा है। इस दौरान देशभर में 7 प्रमुख कार्यक्रम चलाए जाएंगे। इन कार्यक्रमो में एकरूपता रहेंगी।
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छत्तीसगढ़ में ये है टारगेट
शताब्दी वर्ष में छत्तीसगढ़ में संघ कार्य की दृष्टि से विशिष्ट कार्य और लक्ष्य तय किये गए हैं। 100 गांवों में नई शाखाएं, 50 लाख घरों तक संपर्क और 3 लाख गणवेशधारी स्वयंसेवकों के पथ संचलन का लक्ष्य तय किया गया है। युवा सम्मेलन और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर मीट के जरिए जेनरेशन Z को संगठन से जोड़ने की योजना बनाई गई है।
इन 7 कार्यक्रमों पर फोकस
- विजयादशमी उत्सवः मंडल और बस्ती स्तर पर गण-वेशधारी स्वयंसेवक और परिवारिक सदस्यों की भागीदारी।
- गृह संपर्क अभियान: नवंबर 2025 से जनवरी 2026 तक तीन सप्ताह वृहद स्तर पर घर-घर संपर्क अभियान चलाया जाएगा। संपर्क के दौरान स्वयंसेवक संघ कार्य के बारे में परिवार के सदस्यों को बताएंगे। इस दौरान संघ साहित्य का वितरण और भारत मां का चित्र भेंट करेंगे। इसी अभियान के दौरान तीन महीने के भीतर छत्तीसगढ़ में 50 लाख घरों तक पहुंचने का लक्ष्य रखा है।
- पब्लिक मीटिंग: जगह-जगह पब्लिक मीटिंग की जाएगी। इसमें हर प्रोफेशन के लोगों को संघ अपने विचारों से जोड़ेगा। इस दौरान संघ ऑपरेशन सिंदूर, जनसंख्या नियंत्रण, और जाति जनगणना जैसे मुद्दे को उठाएगा।
- हिंदू सम्मेलनः प्रदेश में दो हजार जगहों पर हिंदू सम्मेलन कराए जाएंगे।
- सद्भाव बैठकः प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता,संस्थाओं और संतों की सहभागिता सद्भाव बैठकें आयोजित की जाएंगी। इसका उद्देश्य सांस्कृतिक आधार और हिन्दू चरित्र को बनाए रखते हुए आधुनिक जीवन जीने का संदेश देना होगा।
- युवा सम्मेलनः इसके जरिए संघ जेन-जी को अपने साथ जोड़ना चाहता है। छत्तीसगढ़ में एक बड़ी इन्फ्लुएंसर्स मीट कराने की योजना भी संघ कर रहा है।
- शाखा विस्तारः संघ एक साप्ताहिक शाखा के अलावा सुबह औरशाम की शाखाओं का देशभर में विस्तार करना चाहता है। 100 से अधिक गांवों में इस तरह की शाखा शुरू करने का लक्ष्य तय किया गया है।
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