
बिलासपुर। सोशल मीडिया पर हथियार लहराकर डर और दहशत फैलाने वाले शातिरों के खेाम में बिलासपुर पुलिस ने बड़ा दावा किया है। जिले में रील-पोस्ट बनाकर खुद को ताकतवर दिखाने वाले पाँच आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से असल ही हथियार और वाहन बरामद किए गए हैं। पकड़े गए आरोपियों में कुख्यात लूटू पांडेय (उर्फ़ रितेश), शिवम मिश्रा, लक्की यादव, शैलेश चौबे और शंभू यादव के नाम शामिल हैं।
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एसीसीयू और साइबर सेल की संयुक्त मुहिम में मिली ताज़ा जानकारी के बाद पुलिस ने आरोपियों की गतिविधियां ट्रैक कीं। पता चला कि ये आरोपित बनारस-मिर्जापुर इलाकों में छिपते-छुपाते बिलासपुर आ रहे थे। टीम ने बनारस से उनका पीछा करते हुए रतनपुर के पास घेराबंदी कर के सभी को दबोच लिया। पूछताछ में पुलिस को कई दिलचस्प तथ्य मिले, जिसके आधार पर आरोपियों पर अब संगठित अपराध की धाराएं भी जोड़ी जा रही हैं।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों के पास से एक रिवॉल्वर, एक एयरगन, एक चाकू, एक बेसबॉल स्टिक और लूटू पांडेय की बुलेट बाइक जब्त की गई है। जांच के दौरान यह स्पष्ट हुआ है कि ये युवक लगातार इंस्टाग्राम पर रील बनाकर हथियार दिखाते और स्थानीय लोगों को धमकाते थे। चकरभाठा और सरकंडा थाने में उनके विरुद्ध पहले से भी कई शिकायतें दर्ज हैं जिनमें घुसपैठ, मारपीट, चाकू से हमला, नशे के कारोबार और सामूहिक भय फैलाने जैसे गंभीर आरोप शामिल हैं।
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गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपियों की एक सार्वजनिक परेड निकाली — खास तौर पर उन्हीं इलाकों में जहां वे अक्सर गुंडागर्दी करते थे। इस दौरान पकड़े गए बदमाशों ने “गुंडागर्दी करना पाप है, पुलिस हमारी बाप है” जैसे नारे भी लगाए, जिन्हें देखकर आसपास के लोग और दुकानें सन्न रह गईं। पुलिस ने उन नारेबाज़ों को आइरन कड़ा कर चेतावनी भी दी कि अब उनकी ऐसी हरकत बर्दाश्त नहीं होगी।
एसएसपी रजनेश सिंह ने मामले पर कहा, “जो लोग सोशल मीडिया के जरिए लोग को डराते-धमकाते हैं या आपराधिक गतिविधियों में लिप्त हैं, उन्हें हम बख्शेंगे नहीं। सुधर जाओ वरना जेल तुम्हारी नियति बन जाएगी। हम इस तरह के गिरोहों के काले धंधे और उनकी अवैध संपत्तियाँ भी चिन्हित कर जप्त करेंगे।” पुलिस ने बताया कि आरोपियों के परिवार व गिरोह के अन्य सदस्यों की भी संपत्तियों की जांच की जा रही है और जिन संपत्तियों का कोई वैध आधार नहीं मिला, उन्हें जप्त कराने की कार्रवाई की जाएगी।
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